बहुत सारे फिलिस्तीन हैं और इस्राईल भी बहुत हैं – Himanshu Kumar

 

Himanshu

बहुत सारे फिलिस्तीन हैं
और इस्राईल भी बहुत हैं

असल में हम सब के भीतर इस्राईल भी है
और
फिलिस्तीन भी

दुनिया में कितनी ही बार मार डाले गए
कमज़ोर
जैसे फिलिस्तीन में मारे जा रहे हैं अभी अभी

भारत में भी एक फिलिस्तीन है
जहां बच्चों के हाथ काटते हैं हमारे सिपाही
जहां के खनिज लूट कर झोंके जाते हैं
अमीरों के कारखानों की भट्टियों में

ये बच्चे बीच में आ जाते हैं
हमारी कार , बंगले और आरामतलब जिंदगी के
इसलिए हम सभ्य लोग
इन बच्चों के हाथ काटने के लिए भेज देते हैं अपने सिपाही
बस्तर के जंगलों में

इन बच्चों की चीखें हमारे कानों तक नहीं पहुँचती
अदालतें अपने कान में रुई के फाये ठूंस लेती है

ये लोग मर रहे हैं धीरे धीरे
वैसे ही जैसे
बाकी लोग मर गए
कुछ अमरीका में मरे
कुछ अफ्रीका में मरे
बाकी फिलिस्तीन में मरे
वैसे ही ये दंतेवाड़ा में मर रहे हैं

हमारी सभ्यता अपने दामन से इनके खून के दाग साफ़ कर लेगी
और हम बन जायेंगे
सभ्य, आधुनिक और बुद्धिमान

जो मर गए
वो असभ्य थे
इसलिए उनकी अस्थियों का अध्ययन करेंगे
हम सभ्य लोगों के बच्चे
भविष्य की पढ़ाई में

हमारी आँखें दूर के फिलिस्तीन को देख पाती हैं
नज़दीक के फिलिस्तीन अनदेखे कर देते हैं हम जान बूझ कर

2 thoughts on “बहुत सारे फिलिस्तीन हैं और इस्राईल भी बहुत हैं – Himanshu Kumar

  1. इजराइल गाज़ा युद्ध पे “हाइकू” की कोशिश.

    बेहता पानी
    “गाज़ा” के नलकों से
    टपका खून!

    करारा धुवाँ
    “रोज़े” जूनून उठा
    इजराइल!

    मासूम खाब
    कातिल हक़ीक़त
    “नमाज़ी” दफ़्न

    बिहंगम है,
    आईने… छुपाय है
    अक्स का सच!

    नीरव वैद्य

Leave a reply to nv7777 Cancel reply