पत्रकारिता भ्रष्ट नहीं हुई होती तो गुरमीत 2002 में ही जेल की सलाखों के पीछे होता- Shahnawaz Malik
डेरे में लड़कियों का यौन शोषण कबसे और कबतक किया गया, ये सिर्फ गुरमीत जानता है. गुरमीत के गुलामों के घर की लड़कियां अगर मुंह खोलने की हिम्मत जुटातीं तो कोई यक़ीन नहीं करता. कई बार गुरमीत अपने गुंडे भेजकर उन्हें ख़ामोश कर देता. एक लड़की ने अपने भाई की मदद से गुमनाम चिट्ठी लिखकर इस मामले का खुलासा किया तो गुरमीत के गुंडों ने … Continue reading पत्रकारिता भ्रष्ट नहीं हुई होती तो गुरमीत 2002 में ही जेल की सलाखों के पीछे होता- Shahnawaz Malik