मी लार्ड ! भगवान करे आपसे किसी का पाला ना पड़े..- Rakesh Kayasth

उन दिनों मैं एक बच्चा पत्रकार हुआ करता था। रिपोर्टर के तौर पर मेरे पास जो बीट्स थी, उनमें MRTP commission भी शामिल था। अंग्रेजी में monopolies and restrictive trade practices commission, हिंदी नाम— प्रतिबंधित और एकाधिकार व्यापार व्यवहार आयोग। कमीशन का दफ्तर दिल्ली के शाहजहां रोड पर था, जहां उसकी अपनी अदालत लगती थी। विधिसम्मत आचरण ना करने वाली कंपनियों के खिलाफ मुकदमे चलते … Continue reading मी लार्ड ! भगवान करे आपसे किसी का पाला ना पड़े..- Rakesh Kayasth

सुन Circuit! बोले तो अब वोटबंदी मांगता है- Rakesh Kayasth

  कमाल का देश है अपना! मनोरंजन के लिए बनाई गई फिल्में शिक्षा देती हैं और जनता को शिक्षित करने के लिए गये महान राजनीतिक फैसले आखिर में मनोरंजक साबित होते हैं। नोटबंदी में सरकार को इतने नोट मिले थे कि गिनती नहीं हो पा रही थी। डर था कि गिनने की ड्यूटी से उकता गये आरबीआई के गर्वनर साहब नौकरी ना बदल लें, जैसे … Continue reading सुन Circuit! बोले तो अब वोटबंदी मांगता है- Rakesh Kayasth

गुरमीत राम रहीम केस:सांवैधानिक पदों पर बैठे गैर-राजनीतिक लोगो को कीचड़ से बचाये रखने की जिम्मेदारी किसकी है? – Rakesh Kayasth

गुरमीत राम रहीम केस में मीडिया जिस तरह सीबीआई स्पेशल कोर्ट के जज जगदीप सिंह को हीरो बना रहा है, उससे मुझे चिंता हो रही है। इसमें कोई शक नहीं जज साहब का फैसला साहसिक और सराहनीय है।   लेकिन इस बात का ध्यान रखा जाना चाहिए कि वे कोई क्रिकेटर नहीं है, जिसने सेंचुरी लगाकर जीत दिला दी और इस कामयाबी का जश्न मनाते … Continue reading गुरमीत राम रहीम केस:सांवैधानिक पदों पर बैठे गैर-राजनीतिक लोगो को कीचड़ से बचाये रखने की जिम्मेदारी किसकी है? – Rakesh Kayasth

राजनीतिक ताकत खैरात में नहीं मिलती – Rakesh Kayasth

राजनीतिक शब्दावली में जिसे लिबरल डेमोक्रेट कहते हैं, मैं उसी तरह का आदमी हूं। वामपंथियों और दक्षिणपंथियों के संपर्क में बराबर-बराबर रहा हूं, इसलिए झुकाव किधर है, यह तय कर पाना मुश्किल है। बहुत सी सामाजिक परंपराओं में आस्था है। धर्म भी मानता हूं, इसलिए परंपरागत अर्थ में आप मुझे दक्षिणपंथ की तरफ झुका आदमी समझ सकते हैं। मैं उन लोगो में नहीं हूं जिन्हे … Continue reading राजनीतिक ताकत खैरात में नहीं मिलती – Rakesh Kayasth

किसके पास है बापू की असली विरासत ? नये दस्तावेजों से हुआ सनसनीखेज खुलासा – Rakesh Kayasth

इतिहास को इस देश में हमेशा से तोड़-मरोड़कर पेश किया जाता रहा है। बहुत सारा भ्रम फैलाया जाता रहा है। इनमें सबसे बड़ा भ्रम ये है कि गांधीवाद और मोदीवाद दो अलग-अलग विचारधाराएं हैं। गांधी भी गुजराती, मोदी भी गुजराती। दोनो हिंदू, दोनो को चरखा कातना पसंद, दोनो रामभक्त। जब व्यक्तियों में इतनी समानताएं हैं तो फिर उनके विचार अलग-अलग कैसे हो सकते हैं। कुछ … Continue reading किसके पास है बापू की असली विरासत ? नये दस्तावेजों से हुआ सनसनीखेज खुलासा – Rakesh Kayasth

आर्यावर्त का सोशल मीडिया – Rakesh Kayasth

एविएशन, स्टेम सेल और प्लास्टिक सर्जरी जैसे सभी आधुनिक वैज्ञानिक तकनीकों के चिन्ह हमारी महान सभ्यता के इतिहास में मिलते हैं। लिहाजा तर्क यही कहता है कि जुकरबर्ग के पैदा होने से कई कोटि वर्ष पहले सोशल मीडिया भी भारत में रहा होगा। प्रस्तुत हैं, इसी तर्क पर आधारित कुछ पौराणिक कथाएं, देवताओं और पौराणिक पात्रों को सो सॉरी हैशटैग के साथ। 1. अप्सरा शकुंतला … Continue reading आर्यावर्त का सोशल मीडिया – Rakesh Kayasth

…फकीरा चल चला चल – Rakesh Kayasth

प्रश्न गहरा है— मांगना क्या है? सवाल अगर दर्शनशास्त्र से जुड़ा हो तो जवाब हो सकता है- मांगना धर्म है। समाजशास्त्र से जुड़ा है तो जवाब होगा— मांगना आदत है। सवाल इतिहास का है तो फिर मांगना हमारी परंपरा है और अगर सवाल व्याकरण का है तो फिर मांगना एक क्रिया है। अब अगला प्रश्न- मांगना अच्छा है या बुरा? यह निर्भर इस बात पर … Continue reading …फकीरा चल चला चल – Rakesh Kayasth

आमिर झूठ सेहत के लिए हानिकारक है – Rakesh Kayasth

  दंगल मुझे भारत में बनी सबसे अच्छी स्पोर्ट्स मूवी लगी। हॉल से निकलते वक्त मेरे 11 साल के बेटे ने पूछा- क्या सचमुच गीता के कोच ने फाइनल वाले दिन महावीर फोगट को कमरे में बंद करवा दिया था। मैने जवाब दिया– मुझे मालूम नहीं। लेकिन आमिर खान ने फिल्म रिसर्च के बिना नहीं बनाई होगी। आज सुबह के टाइम्स ऑफ इंडिया में कॉमनवेल्थ … Continue reading आमिर झूठ सेहत के लिए हानिकारक है – Rakesh Kayasth

महान भारत का एक साधन संपन्न नागरिक होने पर मुझे गर्व है – Rakesh Kayasth

आज सुबह मेरी पत्नी ने मुझे विजयी भव: वाले उसी अंदाज़ में घर से भेजा जैसै पुराने जमाने में रणभूमि पर जा रहे योद्धाओं को भेजा जाता था। सिर्फ रक्त तिलक नहीं हुआ, बाकी तैयारी पूरी थी। लड़ाई के साजो-समान में तीन चेक बुक दो एटीएम कार्ड, चार हज़ार की पुरानी करेंसी। भरे हुए फॉर्म, पैन कार्ड की फोटो कॉपी और ऑरिजनल दोनो। क्या पता … Continue reading महान भारत का एक साधन संपन्न नागरिक होने पर मुझे गर्व है – Rakesh Kayasth

जन-गण-मन… दे दनादन – Rakesh Kayasth

सिनेमा हॉल में राष्ट्रगान बजाने के परंपरा के विरोध में मैने कई बार लिखा है। राष्ट्रीय प्रतीकों के ज़रूरत से ज्यादा इस्तेमाल से उनकी गरिमा धूमिल होती है। साथ ही तथाकथित राष्ट्रवाद के नाम पर गुंडागर्दी करने वालों को इसका लाइसेंस भी मिल जाता है। ताजा शिकार हमेशा व्हील चेयर पर रहने वाले लेखक सलिल चतुर्वेदी हैं, जिन्हे गोवा के सिनेमा हॉल में जन-गण-मन के … Continue reading जन-गण-मन… दे दनादन – Rakesh Kayasth