राजेन्द्र यादव का अन्तिम सम्पादकीय

राजेन्द्र यादव का अन्तिम सम्पादकीय : कुछ विचारोत्तेजक अंश “देश की नीतियां बनाने वाले मोंटेकसिंह अहलूवालिया, मनमोहन सिंह और पी. चिदम्बरम जैसे अर्थशास्त्री या तो आंकड़े भौंकते हैं या फिर आश्वासन देते हैं कि पांच साल बाद प्याज की कीमतें दो-तीन रुपया कम हो जाएँगी, दालें एक रुपया सस्ती हो जाएँगी और रुपया नियंत्रण में आ जायेगा, ये सारे शेखचिल्ल्यों वाले दिलासे देते हुए अपने … Continue reading राजेन्द्र यादव का अन्तिम सम्पादकीय

एक युग का अन्त – कँवल भारती (Kanwal Bharti)

सर्वेश कुमार मौर्य को अनेक धन्यवाद कि उन्होंने sms भेज कर राजेन्द्र यादव के निधन की खबर अपने मित्रों तक पहुंचायी. उनका sms पाकर अजय नावरिया से इस दुखद खबर की पुष्टि की, तो पता चला कि रात किसी समय सम्भवता हार्ट अटैक से उनकी मृत्यु हुई. मेरे लिये दो सौ किलोमीटर की यात्रा करके उनकी शव-यात्रा में शामिल होना किसी भी साधन से संभव … Continue reading एक युग का अन्त – कँवल भारती (Kanwal Bharti)