क्या फ़र्क पड़ता है कि राहुल का नाम मोदी नहीं: वुसतुल्लाह ख़ान

आज के भारत में ये बिल्कुल ज़रूरी नहीं है कि किसी मस्जिद के सामने सुअर का सिर काट कर डाल दिया जाए या मंदिर के सामने कोई जुलूस रुक कर अल्लाह हो अकबर के नारे लगाए. अब तो सिर्फ़ दो मोटरसाइकिलों का आपस में टकराना या दूसरी बिरादरी की लड़की छेड़ने का आरोप ही 43 लाशें गिराने, 100 से ज्यादा को घायल करने और 50,000 … Continue reading क्या फ़र्क पड़ता है कि राहुल का नाम मोदी नहीं: वुसतुल्लाह ख़ान