“कोका कोला कंपनी शुरू करनेवाला शिकंजी बेचनेवाला आदमी था।” – Nitin Thakur
‘कोका कोला कंपनी शुरू करनेवाला शिकंजी बेचनेवाला आदमी था।’ इस एक लाइन पर क्यों हंसा जा रहा है? क्या ये किसी अभूतपूर्व कामयाबी से भौंचक्की नैसर्गिक हंसी है? क्या ये ‘अमेरिका में भला कहां शिकंजी’ वाले अचरज से निकली हंसी है? या क्या ये राहुल को किसी भी कीमत पर पप्पू साबित करने के लिए चिढ़ाने का प्रयास करनेवाली हंसी है? जो भी हो एक … Continue reading “कोका कोला कंपनी शुरू करनेवाला शिकंजी बेचनेवाला आदमी था।” – Nitin Thakur