BHIMA KOREGAON RAIDS! प्रजातंत्र के सिपाहियों से कौन डर रहा है?

Abhisar Sharma asks- Why is Govt treating assassination plot of the PM so lightly? Will Dalit activists be treated as terrorists? Continue reading BHIMA KOREGAON RAIDS! प्रजातंत्र के सिपाहियों से कौन डर रहा है?

रन्डी-वैश्या, कुत्ते, नक्सली, आतंकवादी!

मैने कहा, वो एक महिला है, उसने कहा- ” रन्डी-वैश्या”.   मैने कहा, वो रहे दलित, उसने कहा- ” कुत्ते..” मैने कहा, वो रहे आदिवासी, वो बोला- ” साले नक्सली.” ये कश्मीरी, मैने कहा, उसने कहा- ” पथभ्रष्ट आतंकवादी.” ये कुछ किसान, मैने कहा, वे बोले- ” भूत-प्रेतों से भयभीत, बुजदिल लव में नाकाम ” . मैने कहा , ये चन्द छात्र है, उसने कहा, … Continue reading रन्डी-वैश्या, कुत्ते, नक्सली, आतंकवादी!

‘I don’t know how many Naxals I’ve killed’ – Suvojit Bagchi

In the second of a three-part series, Suvojit Bagchi meets the ‘eyes and ears’ of the Maoist and state militias. During my stay in Dandakaranya’s Maoist-dominated areas that lasted five weeks, I saw hundreds of young boys and girls with staleness in their eyes and an indifferent demeanour. One of them, Suklu, a man in his early 20s, accompanied me to Mettagaon, a village dominated … Continue reading ‘I don’t know how many Naxals I’ve killed’ – Suvojit Bagchi

छत्तीसगढ़ की जेलों में बंद आदिवासी – Himanshu Kumar

स्वामी अग्निवेश द्वारा सूचना के अधिकार के अंतर्गत छत्तीसगढ़ की जेलों के विषय में माँगी गई सूचना के जवाब में सरकार ने निम्नांकित सूचना दी है . जगदलपुर जेल में नक्सली मामलों के 546 विचाराधीन कैदी बंद हैं जिनमे 512 कैदी आदिवासी हैं दंतेवाड़ा जेल में नक्सली मामलों के 377 विचाराधीन कैदी बंद हैं जिनमे 372 कैदी आदिवासी हैं कांकेर जेल में नक्सली मामलों के … Continue reading छत्तीसगढ़ की जेलों में बंद आदिवासी – Himanshu Kumar

कानून और गैरकानूनी तो ताकत से निर्धारित होते हैं – Himanshu Kumar

समाज के अन्याय के मामलों में कानून का बहाना बनाने वालों को ये भी स्वीकार कर लेना चाहिये कि जनरल डायर का गोली चलाना भी कानूनी था . भगत सिंह की फांसी भी कानूनी थी . सुक़रात को ज़हर पिलाना कानूनी था . जीसस की सूली की सज़ा कानूनी थी . गैलीलियो की सज़ा कानूनी थी . भारत का आपातकाल कानूनी था . गरीबों की … Continue reading कानून और गैरकानूनी तो ताकत से निर्धारित होते हैं – Himanshu Kumar