चिंटू_मिंटू_संवाद

“सरदार पटेल कौन थे?” “वे देश के पहले उपप्रधानमंत्री और पहले गृहमंत्री थे.” “और बताओ.” “वे बीजेपी के कद्दावर नेता थे.” “बीजेपी के नेता? वे तो कांग्रेसी थे। बीजेपी तो 1980 में बनी.” “इतिहास में झूठ पढ़ाया गया है। मैं तुम्हें अभी एक WhatsApp फॉरवर्ड करता हूं. पढ़ना.” “WhatsApp पर तुम्हें इतना भरोसा है?” “क्यों नहीं होगा। लॉजिक है लॉजिक” “कैसा लॉजिक?” “देखो. वे भी … Continue reading चिंटू_मिंटू_संवाद

“कोका कोला कंपनी शुरू करनेवाला शिकंजी बेचनेवाला आदमी था।” – Nitin Thakur

‘कोका कोला कंपनी शुरू करनेवाला शिकंजी बेचनेवाला आदमी था।’ इस एक लाइन पर क्यों हंसा जा रहा है? क्या ये किसी अभूतपूर्व कामयाबी से भौंचक्की नैसर्गिक हंसी है? क्या ये ‘अमेरिका में भला कहां शिकंजी’ वाले अचरज से निकली हंसी है? या क्या ये राहुल को किसी भी कीमत पर पप्पू साबित करने के लिए चिढ़ाने का प्रयास करनेवाली हंसी है? जो भी हो एक … Continue reading “कोका कोला कंपनी शुरू करनेवाला शिकंजी बेचनेवाला आदमी था।” – Nitin Thakur

#उड़ताउड़ेंद्रकेखत: डियर अमित, कैसे हो?

डियर अमित, कैसे हो? मालूम है आजकल काफी उलझे हो. मुझे तो खत की शुरूआत में ही ‘ताल’ का गाना याद आ गया.. जो तेरा हाल है वो मेरा हाल है…. तो समझ लो कि सिरदर्द मुझे भी बराबर है. कभी कोई हमारे खिलाफ प्रेस कॉन्फ्रेंस कर देता है तो कभी हमें प्रेस कॉन्फ्रेंस करानी पड़ रही हैं. ये भी क्या ही ज़िंदगी है छोटे… … Continue reading #उड़ताउड़ेंद्रकेखत: डियर अमित, कैसे हो?

आर्यावर्त का सोशल मीडिया – Rakesh Kayasth

एविएशन, स्टेम सेल और प्लास्टिक सर्जरी जैसे सभी आधुनिक वैज्ञानिक तकनीकों के चिन्ह हमारी महान सभ्यता के इतिहास में मिलते हैं। लिहाजा तर्क यही कहता है कि जुकरबर्ग के पैदा होने से कई कोटि वर्ष पहले सोशल मीडिया भी भारत में रहा होगा। प्रस्तुत हैं, इसी तर्क पर आधारित कुछ पौराणिक कथाएं, देवताओं और पौराणिक पात्रों को सो सॉरी हैशटैग के साथ। 1. अप्सरा शकुंतला … Continue reading आर्यावर्त का सोशल मीडिया – Rakesh Kayasth

Bob Dylan on Winning the Nobel for Literature

Read Dylan’s speech, which was read by United States Ambassador to Sweden Azita Raji, below: Good evening, everyone. I extend my warmest greetings to the members of the Swedish Academy and to all of the other distinguished guests in attendance tonight. I’m sorry I can’t be with you in person, but please know that I am most definitely with you in spirit and honored to … Continue reading Bob Dylan on Winning the Nobel for Literature

पचास दिन पचास रात – बोधिसत्व

  यह बड़ी पुरानी बात है कोसल का एक राजा था एक दिन राजा ने उद्बोधन किया … प्रिय प्रजाजनों प्रिय संत जनों राष्ट्र हित में बस पचास दिन और पचास रात जो देता हूँ वह दुख सहन करो वह राजा था इसलिए उद्बोधन कर सकता था दुख सुख सब कुछ दे सकता था भक्त प्रजा ने भजन किया बस पचास दिन और पचास रात … Continue reading पचास दिन पचास रात – बोधिसत्व

सरकार के दो और बड़े फैसले हंसी और विलाप टैक्स -Bodhi Sattva

आज जो भी दिन दिनांक हो इसे सुदिन शुभ मान कर सरकार ने दो बड़े मार्मिक निर्णय लिए हैं….इसके लिए सरकार ने एक नए महकमें की स्थापना की है…जिसका नाम हंसी विलाप टैक्स विभाग रखा गया है.. आज और अभी से जो भी नर नारी बालक वृद्ध किसी भी स्थिति में रोता हुआ पाया जाएगा उस पर देश द्रोह का मुकदमा चलेगा, रोना अब एक … Continue reading सरकार के दो और बड़े फैसले हंसी और विलाप टैक्स -Bodhi Sattva

पंडितजी के रौशनदान से लटकता प्रचारक- Rakesh Kayasth

प्रिय प्रचारक, तुम हो राष्ट्र तारक। करते हो देश की बड़ी भलाई, लेकिन एक बात अब तक समझ नहीं आई। इतिहास के कूड़ेदान में क्यों भटक रहे हो। बावन साल हो गये नेहरू को गये, लेकिन अब भी तुम तीनमूर्ति का रौशनदान पकड़े लटक रहे हो! माना हर बेडरूम में झांकना तुम्हारा अधिकार है। लेकिन आखिर एक मरे हुए आदमी से तुम्हे क्यों इस कदर … Continue reading पंडितजी के रौशनदान से लटकता प्रचारक- Rakesh Kayasth