सपा, बसपा और हमारी भूमिका – कॅंवल भारती

          उत्तर प्रदेश में लोकसभा-2014 के चुनाव-परिणाम इसलिये नहीं चैंकाते हैं कि भाजपा की इतनी बड़ी जीत अप्रत्याशित थी, बल्कि इसलिये चैंकाते हैं कि इसने बसपा का सूपड़ा साफ कर दिया है और सपा को पाॅंच सीटों पर समेट दिया है। उत्तर प्रदेश की राजनीति में सपा-बसपा की इस शर्मनाक पराजय के दूरगामी अर्थ हैं। कुछ चिन्तकों का कहना है कि … Continue reading सपा, बसपा और हमारी भूमिका – कॅंवल भारती

बकरों की भी शिकायत – Himanshu Kumar

गुलाब की मां का नाम ज़रीफो था। मुज़फ्फर नगर के लिसाढ़ गाँव में आठ सितम्बर को दंगा शुरू हुआ. भीड़ ने बस्ती पर हमला किया। साढ़े तीन सौ घर जला दिए गए। तेरह लोगों का क़त्ल कर दिया गया। गुलाब की मां भी दंगों में गायब हो गयी। दंगे के अगले दिन पड़ोस के गाँव मीमला के बाहर , नहर के पास , एक बाग़ … Continue reading बकरों की भी शिकायत – Himanshu Kumar