आश्रम की चारदिवारी में रहते हुए जिस समाज को पाप कह दिया जाता है उसी समाज में दरअसल मोक्ष छिपा है- Rakesh Pandey

बाबा राम रहीम अपनी किसी शिष्या का यौन- शोषण करने से पहले कहता था कि वह उसे दुनियावी पापों से मुक्त कर रहा है। और यह कि जिस बाहरी दुनिया में वह रहकर आई है वह तो पापों से भरा था। बाबा की बातों में यह सन्निहित होता था कि वह शिष्या स्त्री होने के नाते चेतना की एक निम्न अवस्था है इसलिए दुनियावी पापों … Continue reading आश्रम की चारदिवारी में रहते हुए जिस समाज को पाप कह दिया जाता है उसी समाज में दरअसल मोक्ष छिपा है- Rakesh Pandey

गुरमीत राम रहीम केस:सांवैधानिक पदों पर बैठे गैर-राजनीतिक लोगो को कीचड़ से बचाये रखने की जिम्मेदारी किसकी है? – Rakesh Kayasth

गुरमीत राम रहीम केस में मीडिया जिस तरह सीबीआई स्पेशल कोर्ट के जज जगदीप सिंह को हीरो बना रहा है, उससे मुझे चिंता हो रही है। इसमें कोई शक नहीं जज साहब का फैसला साहसिक और सराहनीय है।   लेकिन इस बात का ध्यान रखा जाना चाहिए कि वे कोई क्रिकेटर नहीं है, जिसने सेंचुरी लगाकर जीत दिला दी और इस कामयाबी का जश्न मनाते … Continue reading गुरमीत राम रहीम केस:सांवैधानिक पदों पर बैठे गैर-राजनीतिक लोगो को कीचड़ से बचाये रखने की जिम्मेदारी किसकी है? – Rakesh Kayasth

पत्रकारिता भ्रष्ट नहीं हुई होती तो गुरमीत 2002 में ही जेल की सलाखों के पीछे होता- Shahnawaz Malik

डेरे में लड़कियों का यौन शोषण कबसे और कबतक किया गया, ये सिर्फ गुरमीत जानता है. गुरमीत के गुलामों के घर की लड़कियां अगर मुंह खोलने की हिम्मत जुटातीं तो कोई यक़ीन नहीं करता. कई बार गुरमीत अपने गुंडे भेजकर उन्हें ख़ामोश कर देता. एक लड़की ने अपने भाई की मदद से गुमनाम चिट्ठी लिखकर इस मामले का खुलासा किया तो गुरमीत के गुंडों ने … Continue reading पत्रकारिता भ्रष्ट नहीं हुई होती तो गुरमीत 2002 में ही जेल की सलाखों के पीछे होता- Shahnawaz Malik