आस्था नहीं, अन्वेषण पर आधारित होना चाहिए इतिहास
भारतीय इतिहास लेखन के विकास, असहमति की परंपरा तथा बौद्धिक अभिव्यक्तियों को बाधित करने के मौजूदा प्रयासों पर रोमिला थापर की कुलदीप कुमार से बातचीत (अनुवाद: अभिषेक श्रीवास्तव) आपकी पुस्तक दि पास्ट बिफोर अस आरंभिक उत्तर भारत की ऐतिहासिक परंपराओं पर विस्तार से बात करती है। जानकर अचरज होता है कि आखिर क्यों और कैसे इस विचार की स्वीकार्यता बन सकी कि भारतीयों में ऐतिहासिक चेतना का अभाव … Continue reading आस्था नहीं, अन्वेषण पर आधारित होना चाहिए इतिहास