सवा सौ करोड़ उम्मीदों का बोझ उठाने का हौसला देखना हो तो दीपा कर्मकार में देखिए. उन स्थितियों को देखिए, जिसमें उसने यह कर दिखाया है.
BBC के डॉक्यूमेंट्री में उसकी कही यह बात अरसे तक कान में गूंजती रहेगी कि – आपको तो पता भी नहीं होगा कि त्रिपुरा कहां है…. कोई ढंग का इक्विपमेंट नहीं था…. और मेरा तो फ्लैट फुट भी था!
घर के गद्दे से शुरू कर ओलंपिक में चौथे स्थान का शानदार सफर.
सलाम! अभिनंदन!
चेतन भगत करे सवाल,
तो हम,
क्या जवाब दें?
इतना तो हर किसी को समझ में आ रहा होगा कि खेल में या किसी भी क्षेत्र में भारत को अच्छा करना है तो टैलेंट कहां मिलेगा. टेलेंट का दायरा कुछ बढ़ा, तो दीपा कर्मकार आई. ऐसी सैकड़ों गुमनाम प्रतिभाएं होंगी. खोजना होगा. सबको मौका देना होगा.
अमेरिका को जिमनास्टिक का स्टार सिमोन बाएल्स की शक्ल में मिला. 19 साल की उम्र में 4 फुट 9 इंच की यह नन्हीं जादूगरनी तीन गोल्ड मेडल ले गई. यह लड़की अमेरिकी समाज के, नस्ल के मामले में, पहले की तुलना में अधिक समावेशी होने का प्रमाण है.
हॉलीवुड एक्ट्रेस डोरोथी डेंड्रिज. अश्वेत. बला की डांसर. अद्भुत कलाकार. एक बार वे लॉस वेगास के होटल में रुकी थीं. होटल का नियम था कि ब्लैक और लैटिनो लोग स्विमिंग पूल का इस्तेमाल नहीं कर सकते.
डोरोथी शाम के वक्त स्वीमिंग पूल के किनारे बैठी थी. गलती से या जानबूझकर उनका पैर पानी से छू गया. कहा जाता है कि सिर्फ अंगूठा डूबा था. काली लड़की का अंगूठा.
इसके बाद? इसके बाद उस स्वीमिंग पूल को खाली किया गया. सुखाया गया और दोबारा पानी भरने के बाद ही उसे खोला गया.
वह 1953 था.
आज 2016 है.
उसी देश की एक ब्लैक लड़की सिमोन मैनुअल ने रियो ओलंपिक में अपने देश के लिए तैराकी में तीन मेडल जीते हैं. 100 मीटर फ्री स्टाइल की वे विश्व विजेता हैं. यानी दुनिया की सबसे तेज तैराक.
उस होटल को तोड़ दिया गया है. डोरोथी डेंड्रिज पर हॉलीवुड में इसी नाम से फिल्म बनी है, जिसमें हेल बेरी ने लीड रोल किया है.
ऐसे बदल रही है दुनिया. ऐसे बनते हैं सुपर पावर.
क्या भारत बदलने के लिए तैयार है?