सब गाइए…कौन गाएगा? – Mayank Saxena

narendra_modi_golf_20130422

पंच हुए बेईमान,
दिया वरदान
बने हैं ठग
देखो परधान

राजा है अनजान
प्रजा परेशान
शरम से झुक्का
हिंदुस्तान

तर्क की होती हार
है बंटाधार
हुआ अंधों का
बेड़ापार

रात हुई घनघोर
मचा है शोर
करे है
मन की बात से बोर

भक्तों की पहचान
है गालीदान
बड़े जन करते
चारणगान

Amit-Shah-Narendra-Modi-Bowing

जंगल में है सोग
है फैला रोग
करे है डाकू
संत को ढोंग

पढ़ी किताबें चार
बने होशियार
लगावो इनको
ज़रा किनार

bhaichara

बोलो तो ज़िंदान
या कब्रिस्तान
धर्म था बूढ़ा
हुआ जवान

हाथ में ले तलवार
चले हैं यार
ढूंढता सच है
कंधे चार

खाने को न दाल
खींच ली खाल
मगर परधान के
गाल हैं लाल

कर के जब जलपान
उठे बलवान
जवानी मचले
करे धंसान

Haq 10

करें कलेवा खेत
चलावें बेंत
लंच में नदी
डिनर में रेत

बेच गए सरकार
दरो-दीवार
जंगल ओ सागर
बड़ी डकार

किया बाण संधान
बना शमशान
देख कर
डरे राम-रहमान

अम्बानी है बाप
अडानी खाप
भगत करें
जय विकास का जाप

Anandi 2 18anandiben2

भूखा गुरबा रोए
है भूखा सोए
है आंसू सींचे
धोखा बोए

महंगाई विकराल
बजा कर गाल
परधाना नाचे
दे दे ताल

अपने जो परधान
घर में मेहमान
उड़े हैं पुष्पक
रोज़ विमान

Modi and Premiere Li Modi and Li modi-7-web

गाओ रोदन गान
कीरतन ध्यान
विदेसा घूमे
शक्तिमान

धन-धन राजा-राज
दुंदुभी बाज
चलावे हाथ
दिखा अंदाज

कह दे जो परधान
वही फरमान
वही है गीता
और पुरान

MohanBhagwat_PTI_NEW

सुनो ‘भागवत’ ज्ञान
यही अरमान
झुकावो गर्दन
देस महान

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